बाइबिल

  • 2 राजाओं अध्याय-1
0:00
0:00
किताबें दिखाओ
1
अहाब के मरने के बाद मोआब इस्राएल के विरुद्ध बलवा करने लगा।
2
अहज्याह एक जालीदार खिड़की में से, जो शोमरोन में उसकी अटारी में थी, गिर पड़ा, और बीमार हो गया। तब उसने दूतों को यह कहकर भेजा, “तुम जाकर एक्रोन के बाल-जबूब* नामक देवता से यह पूछ आओ, कि क्या मैं इस बीमारी से बचूँगा कि नहीं?”
3
तब यहोवा के दूत ने तिशबी एलिय्याह से कहा, “उठकर शोमरोन के राजा के दूतों से मिलने को जा, और उनसे कह, 'क्या इस्राएल में कोई परमेश्‍वर नहीं जो तुम एक्रोन के *बाल-जबूब देवता से पूछने जाते हो?'
4
इसलिए अब यहोवा तुझ से यह कहता है, 'जिस पलंग पर तू पड़ा है, उस पर से कभी न उठेगा, परन्तु मर ही जाएगा।'” तब एलिय्याह चला गया।
5
जब अहज्याह के दूत उसके पास लौट आए, तब उसने उनसे पूछा, “तुम क्यों लौट आए हो?”
6
उन्होंने उससे कहा, “एक मनुष्य हम से मिलने को आया, और कहा कि, 'जिस राजा ने तुम को भेजा उसके पास लौटकर कहो, यहोवा यह कहता है, कि क्या इस्राएल में कोई परमेश्‍वर नहीं जो तू एक्रोन के बाल-जबूब देवता से पूछने को भेजता है? इस कारण जिस पलंग पर तू पड़ा है, उस पर से कभी न उठेगा, परन्तु मर ही जाएगा।'”
7
उसने उनसे पूछा, “जो मनुष्य तुम से मिलने को आया, और तुम से ये बातें कहीं, उसका कैसा रंग-रूप था?”
8
उन्होंने उसको उत्तर दिया, “वह तो रोंआर मनुष्य था और अपनी कमर में चमड़े का फेंटा बाँधे हुए था।” उसने कहा, “वह तिशबी एलिय्याह होगा।” (मत्ती 3:4, मर. 1:6)
9
तब उसने उसके पास पचास सिपाहियों के एक प्रधान को उसके पचासों सिपाहियों समेत भेजा। प्रधान ने एलिय्याह के पास जाकर क्या देखा कि वह पहाड़ की चोटी पर बैठा है। उसने उससे कहा, “हे परमेश्‍वर के भक्त राजा ने कहा है, 'तू उतर आ।'”
10
एलिय्याह ने उस पचास सिपाहियों के प्रधान से कहा, “यदि मैं परमेश्‍वर का भक्त हूँ तो आकाश से आग गिरकर तुझे तेरे पचासों समेत भस्म कर डाले।” तब आकाश से आग उतरी और उसे उसके पचासों समेत भस्म कर दिया। (प्रका. 11:5)
11
फिर राजा ने उसके पास पचास सिपाहियों के एक और प्रधान को, पचासों सिपाहियों समेत भेज दिया। प्रधान ने उससे कहा, “हे परमेश्‍वर के भक्त राजा ने कहा है, 'फुर्ती से तू उतर आ।'”
12
एलिय्याह ने उत्तर देकर उनसे कहा, “यदि मैं परमेश्‍वर का भक्त हूँ तो आकाश से आग गिरकर तुझे और तेरे पचासों समेत भस्म कर डाले।'” तब आकाश से परमेश्‍वर की आग उतरी और उसे उसके पचासों समेत भस्म कर दिया।
13
फिर राजा ने तीसरी बार पचास सिपाहियों के एक और प्रधान को, पचासों सिपाहियों समेत भेज दिया, और पचास का वह तीसरा प्रधान चढ़कर, एलिय्याह के सामने घुटनों के बल गिरा, और गिड़गिड़ाकर उससे विनती की, “हे परमेश्‍वर के भक्त मेरा प्राण और तेरे इन पचास दासों के प्राण तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरें।
14
पचास-पचास सिपाहियों के जो दो प्रधान अपने-अपने पचासों समेत पहले आए थे, उनको तो आग ने आकाश से गिरकर भस्म कर डाला, परन्तु अब मेरा प्राण तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरे।”
15
तब यहोवा के दूत ने एलिय्याह से कहा, “उसके संग नीचे जा, उससे मत डर।” तब एलिय्याह उठकर उसके संग राजा के पास नीचे गया,
16
और उससे कहा, “यहोवा यह कहता है, 'तूने तो एक्रोन के बाल-जबूब देवता से पूछने को दूत भेजे थे तो क्या इस्राएल में कोई परमेश्‍वर नहीं कि जिससे तू पूछ सके? इस कारण तू जिस पलंग पर पड़ा है, उस पर से कभी न उठेगा, परन्तु मर ही जाएगा।'”
17
यहोवा के इस वचन के अनुसार जो एलिय्याह ने कहा था, वह मर गया। और उसकी सन्तान न होने के कारण यहोराम उसके स्थान पर यहूदा के राजा यहोशापात के पुत्र यहोराम के दूसरे वर्ष में राज्य करने लगा।
18
अहज्याह के और काम जो उसने किए वह क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं?
 

आध्यात्मिक, आचरणीय, सत्य वचन अब हिंदी में गहरे बाइबिल अध्ययन में सहायता के लिए ढेर सारे मसीही लेख, किताबें, अद्भुत संसाधन और बहुत कुछ हैं यहां जानें कि झूठे उपदेशकों और आलोचकों को शास्त्रसम्मत उत्तर कैसे दें हम आपके लिए नए नए लेख और किताबें लाते हैं यदि आप इस वेबसाइट पर प्रकाशित संसाधनों से आशीष पा रहे हो, तो इसे अपने सभी परिचितों के साथ शेयर करें।

नई पुस्तकों, लेखों, वीडियो और ऑडियो पुस्तकों का विवरण आपको ईमेल किया जाएगा।

महत्वपूर्ण नोट : बाइबिल प्रवक्ता कभी भी किसी से आर्थिक मदद नहीं मांगते; यदि कोई बाइबिल प्रवक्ता के नाम पर वित्तीय सहायता मांगता है, तो कृपया हमें उसका विवरण बताएं। इस चेतावनी पर ध्यान दिए बिना बाइबिल प्रवक्ता सेवा के लिए अपेक्षित किसी भी वित्तीय सहायता के लिए बाइबिल प्रवक्ता जिम्मेदारी नहीं लेता